
जालंधर ब्रीज: प्रदेश भाजपा महासचिव जीवन गुप्ता ने मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब के बिजली उपभोक्ताओं को 600 यूनिट मुफ्त देने पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप सरकार द्वारा पंजाब की भोली-भाली जनता को मुर्ख बना कर उसके साथ सरासर धोखा कर रही है। उन्होंने भगवंत मान सरकार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भगवंत मान तथा केजरीवाल ने अपने चुनावी वादों में पंजाब के हर घर के सभी बिजली उपभोक्ताओं (हर वर्ग) को 300 यूनिट प्रति महीना मुफ्त देने की घोषणा की थी, जिससे अब भगवंत मान सरकार मुकर गई है।
जीवन गुप्ता ने कहा कि आप सरकार ने पंजाब को जातपात के आधार पर बांटना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता को 300 यूनिट मुफ्त देने की बात कही थी, लेकिन अब भगवंत मान सरकार द्वारा निर्धारित शर्तों के मुताबिक पंजाब की 80 प्रतिशत जनता मान सरकार की इस तथाकथित योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाएगी। भगवंत मान दावा करते थे कि पंजाब के 51 लाख से अधिक परिवार इसका लाभ उठायेंगें, लेकिन उनके द्वारा जारी सर्कुलर ने स्पष्ट कर दिया है कि मान सरकार पंजाबियों को एक बार फिर से मुर्ख बना रही है।
हालाँकि आप सरकार की इस योजना का लाभ छोटे वर्ग को तो मिल सकता है, लेकिन माध्यम वर्ग को इस योजना का लाभ मिलना बहुत मुश्किल है। मध्यम वर्ग को सरकार द्वारा निर्धारित शर्तों पर पूरा ना उतरने की सूरत में पूरे बिल की अदायगी करनी पड़ेगी, जबकि निम्न वर्ग के लिए ऐसा प्रावधान नहीं है। गुप्ता ने कहा कि इस अधिसूचना में कहा गया है कि यदि उपभोक्ता दो महीनों में 300 यूनिट खपत करता है तो उसे उसके हिसाब से भुगतान करना होगा और दो महीनों में 600 यूनिट खपत करने पर बिजली के पार्टी यूनिट दाम में अंतर होने पर उपभोक्ता का बिल भी ज्यादा आएगा और उसे उसका भुगतान करना होगा।
अगर दो महीने बाद जनरल वर्ग की बिजली खपत 600 यूनिट से एक यूनिट भी ऊपर जाती है तो उसे उसके 601 यूनिट के बिल का भुगतान करना होगा। जबकि निम्न वर्ग के लिए ऐसा नहीं है, उन्हें 600 यूनिट के बाद उपर के सिर्फ यूनिटों का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि यह पंजाबियों के साथ बहुत बड़ा धोखा है।
जीवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पहले से ही पीएसपीसीएल को 30,000 हजार करोड़ का भुगतान करना बाकी है। पंजाब सरकार ने माना है कि उनके पास कोई पैसा नहीं है तो फिर ऐसे में ऐसी लोक-लुभाव्नाओं को पूरा करने के लिए पैसा कहाँ से आएगा?
जीवन गुप्ता ने कहा कि अब मुख्यमंत्री भगवंत मान 15 अगस्त को मोहल्ला क्लीनिक शुरू करने की बात कह कर जनता को मुर्ख बनाने में लग गए हैं। जबकि हकीकत यह है कि पंजाब के सरकारी अस्पतालों का हाल इतना बदतर है कि वहां ना तो जनता को दवाईयां मिलती हैं और ना ही अच्छा ईलाज।
दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक पूरी तरह फेल हो चुके हैं, क्यूंकि वहां पर सुविधाएं ना के बराबर है, जिस कारण वहां की जनता को भी मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। ऐसे में पंजाब में दिल्ली के फ्लॉप मोहल्ला क्लीनिक मॉडल को लागू कर भगवंत मान जनता के टैक्स के पैसे को बर्बाद करने में लगे हैं। उन्हें इसकी बजाय पंजाब के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में जनता के टैक्स के पैसा खर्च करना चाहिए।
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