February 3, 2025

Jalandhar Breeze

Hindi Newspaper

मुख्यमंत्री द्वारा चंडीगढ़ पर पंजाब के दावे को कमजोर करने के लिए अकाली दल की कड़ी आलोचना

Share news

जालंधर ब्रीज: अकाली नेताओं द्वारा राज्य की राजधानी के मुद्दे पर की गई बेबुनियाद बयानबाज़ी का सख्त नोटिस लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज चंडीगढ़ पर राज्य के दावे को कमजोर करने के लिए शिरोमणि अकाली दल की लीडरशिप की कड़ी आलोचना की।

आज यहां श्री हरिमन्दर साहिब में माथा टेकने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ”हर पंजाबी यह भली-भांति जानता है की राज्य सरकार के दफ्तरों को चंडीगढ़ से मोहाली स्थानांतरित किसने किया और न्यू चंडीगढ़ की स्थापना करने वाले कौन हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा की चंडीगढ़ पर पंजाब के दावों को कमज़ोर करने के लिए प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल की केंद्र की सरकारों के साथ मिलीभगत रही है। उन्होंने सुखबीर बादल से पूछा की केंद्र सरकार में सहयोगी होने के बावजूद उन्होंने चंडीगढ़ को लेकर चुप्पी क्यों साधी रखी। भगवंत मान ने कहा की बादल अपने निजी हितों की पूर्ति के लिए चुप रहे और कांग्रेस लीडरशिप भी इस समूचे मामले पर मूक दर्शक बनी रही। मुख्यमंत्री ने आगे कहा की अकाली दल और कांग्रेस मीडिया के सामने निराधार बयानबाज़ी करके सस्ती शोहरत बटौरने का प्रयास कर रहे हैं।

भगवंत मान ने आगे कहा की उनकी सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा की आम लोगों के साथ विचार-विमर्श करके हर मसले का हल किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर बरसते हुए कहा की इस पार्टी के मंत्रियों ने राज्य के पेड़ तक बेच दिए हैं। दूसरी तरफ उनकी सरकार पंजाब को स्वस्थ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए वचनबद्ध है। भगवंत मान ने कहा की उनकी सरकार आने वाले समय में राज्य की पुरानी शान को बहाल करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा की राज्य सरकार ने मत्तेवाड़ा जंगलों के नज़दीक कोई भी औद्योगिक यूनिट स्थापित करने की इजाजत न देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा की यह फैसला पंजाब को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। भगवंत मान ने कहा की पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मत्तेवाड़ा जंगल को इकोलॉजिकल पार्क के तौर पर विकसित करने के लिए ठोस प्रयास किये जाएँगे।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा की उनकी सरकार ने राज्य में नशा तस्करों के विरुद्ध बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने कहा की पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य निश्चित किया गया है। भगवंत मान ने कहा की जहां एक ओर नशीले पदार्थों की सप्लाई चेन टूट चुकी है, वहीं राज्य सरकार अब नशा तस्करों को सलाखों के पीछे डालने की तरफ ध्यान दे रही है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा की अमन-कानून को कायम रखना राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट कहा की किसी को भी राज्य की अमन-शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जायेगी। भगवंत मान ने कहा की राज्य सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए वचनबद्ध है।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी, माता और बहन के साथ श्री हरिमन्दर साहिब में माथा टेका।


Share news