November 14, 2024

Jalandhar Breeze

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बेअदबी के मामलों में इंसाफ देने के झूठे वादे कर के गुरु और संगत की बार-बार बेअदबी कर रहे हैं कांग्रेसी: हरपाल सिंह चीमा

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जालंधर ब्रीज: आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह सुखी रंधावा दोबारा कांग्रेस सरकार बनने पर बेअदबियों के मामलों में इंसाफ देने के झूठे वादे कर के गुरु ग्रंथ साहिब और संगत की बार-बार बेअदबी कर रहे हैं। चीमा ने कहा कि गुरु नानक नाम लेवा संगत ने बेअदबियों  के इंसाफ समेत पंजाब की अन्य समस्याओं के हल के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है और आप की सरकार पंजाब की जनता की सभी उम्मीदों पर खरा उतरेगी।

शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि, ” पंजाब में पांच साल राज करने के बाद भी कांग्रेस  श्री गुरु ग्रंथ साहिब समेत तमाम धार्मिक ग्रंथों की बेअदबियों को लेकर इंसाफ नहीं दे सकी। कांग्रेस और कैप्टन अमरिंदर सिंह पिछले 7 सालों से गुरु नानक नाम लेवा संगत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।”

चीमा ने आरोप लगाया कि चुनाव के समय कांग्रेस के नेता और उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब के लोगों से फिर झूठे वादे कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी की दोबारा सरकार बनने पर बेअदबियों के मामले में इंसाफ दिया जाएगा। जबकि सत्य सब के सामने है कि बेअदबी और अन्य ऐसी घटनाओं की जांच के लिए विशेष कमेटियों, सीबीआई जांच, जस्टिस जोरा सिंह और जस्टिस रणजीत सिंह जांच आयोग का गठन किया गया और जांच रिपोट्र्स को सौंपा गया, लेकिन किस भी दोषी या साजिशकर्ता को आज तक सजा नहीं मिली।

चीमा ने कहा कि पंजाब में  सिर्फ श्री गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी नहीं हुई बल्कि सभी धार्मिक ग्रंथों की हुई है। जोकि बड़ी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 और 2017 में श्री गुरु ग्रंथ साहब के अलावा भगवत गीता और पवित्र कुरान की बेअदबी की करीब 170 घटनाएं हुई थी । यही नहीं,पंजाब की शांति भंग करने के लिए कई प्रकार के पोस्टर भी लगाए गए थे। बेअदबी की घटनाएं कांग्रेस के राज में भी बंद नहीं हुई  और न ही किसी दोषी को सजा मिली, जिस कारण दोषियों के हौसले और बुलंद हुए हैं।

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में सात साल बाद भी कोई जांच कमेटी,सीबीआई और जांच पैनल बेअदबी के मामले में इंसाफ नहीं दिला पाया, क्योंकि पंजाब की सत्ता पर काबिज लोग और पार्टियां आपस में मिली हुई हैं। चीमा ने दावा किया कि बेअदबी और गोलीकांड मामले से संबंधित जांच रिपोर्ट में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उप मुख्यमंत्री और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल, पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी समेत तमाम नेताओं का नाम शामिल है। बावजूद इसके इन रिपोर्टों को सार्वजनिक नहीं किया गया और न सिखों को इंसाफ देने के लिए कोई ठोस कार्रवाई की गई। चीमा ने आरोप लगाया मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के पास सिखों और अन्य वर्गों को इंसाफ देने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन उन्होंने भी दोषियों का साथ देकर जनता की आंखों में धूल झोंकी है।

हरपाल सिंह चीमा ने यह भी आरोप लगाया कि शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी जसे तमाम पारंपरिक पार्टियों की घटिया राजनीति ने धर्म और आम लोगों की भावनाओं का अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है,जबकि आम आदमी पार्टी के लिए बेअदबी,गोलीकांड जैसे मामलों में सिख संगत को इंसाफ देना एक बड़ी जिम्मेदारी है। चीमा ने कहा कि “आप” की सरकार बेअदबी के दोषियों और साजिशकर्ताओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो,लेकिन किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा।
 


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