November 22, 2024

Jalandhar Breeze

Hindi Newspaper

धर्मसोत को बर्खास्त करने के बजाए ‘क्लीन चिट’ देने के लिए उतावले है मुख्यमंत्री: हरपाल सिंह चीमा

Share news

जालंधर ब्रीज:(रवि) आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने दलित विद्यार्थियों की बहुकरोड़ी घोटाले में घिरे कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को तुरंत बर्खास्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस सरकार के विरुध सोमवार को जालंधर से राज्यस्तरीय मोर्चा शुरू कर दिया है। विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और विधायकों प्रो. बलजिंदर कौर के नेतृत्व में ‘आप’ लीडरशिप ने पहले डिप्टी कमिशनर के कार्यालय के समक्ष रोष प्रदर्शन किया।

सरकार के विरुध नारेबाजी की और मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह और मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के पूतले फूके। इस रोष प्रदर्शन के बाद पोस्ट मैट्रिक स्कालर्शिप(वजीफा) स्कीम से वंचित रही दलित परिवारों से संबंधित 5 छात्राओं को साथ लेकर ‘आप’ लीडरशिप ने डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी द्वारा पंजाब के राज्यपाल को मांग पत्र सौंपा। इस मौके उनके साथ डा. शिव दयाल माली, डा. संजीव शर्मा, हरजिंदर सिंह सीचेवाल, दर्शन सिंह भगत, राजविंदर कौर, गुरिंदर सिंह शेरगील, रतन सिंह करकरकला, जोगिंदरपाल शर्मा, रोशन लाल मौजूद थे।

इस मौके मीडिया को संबोधन करते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि साधु सिंह धर्मसोत लाखों होनहार दलित छात्राओं के भविष्य का हत्यारा है। दलित छात्राओं की वजीफा राशि में से सीधा 63.91 करोड़ रुपए हड़पने वाले मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ अडिशनल मुख्य सचिव द्वारा जितने दस्तावेजी सबूतों के साथ सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपी है, उसकी गंभीरता को देखते हुए इस भ्रष्ट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को 5 मिनटों में मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके फौजदारी मुकद्दमा दर्ज कर लिया जाना चाहिए था ताकि अबतक मंत्री और उसका पूरा भ्रष्ट गिरोह गिरफ्तार कर लिया जाता, परंतु राजा अमरिन्दर सिंह धर्मसोत को बर्खास्त करने के बजाए उसको ‘क्लीन चिट’ की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।

इस कारण एक सीनियर आई.ए.एस. अधिकारी की जांच पर भरोसा न करके जांच दूसरे सीनियर आई.ए.एस. (मुख्य सचिव) को सौंप दी है। चीमा ने आरोप लगाया कि जिस जल्दबाजी और शिद्दत के साथ मुख्यमंत्री एक भ्रष्ट मंत्री की पीठ पर खड़े हो गए है, उससे सीधा प्रभाव जाता है कि दलित छात्राओं के वजीफे की हड़पी गई राशि का हिस्सा मुख्यमंत्री के ‘फारम हाऊस’ तक पहुंचता है।
उन्होंने पूरे वजीफा घोटाले की जांच माननीय हाईकोर्ट के मौजूदा जजों की निगरानी में सी.बी.आई. या किसी भी केंद्रीय एजैंसी से करवाने की मांग की।

‘आप’ नेताओं ने यह भी मांग की है कि दलित छात्राओं के लिए केंद्र की इस पोस्ट मैट्रिक स्कालर्शिप स्कीम में हुए घोटालों की जांच का दायरा वर्ष 2012-13 तक बढ़ाया जाए क्योंकि पूर्व अकाली भाजपा सरकार के समय भी इस स्कीम में 1200 करोड़ से अधीक रुपए की गड़बड़ी हुई है।
‘आप’ नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर कांग्रेस ने धर्मसोत को बर्खास्त न किया तो लोगों के सहयोग से ‘आप’ पूरे पंजाब में रोष प्रदर्शन करेगी, जिसकी शुरूआत आज दोआबा की सरकामी से कर दी गई है।


Share news