November 22, 2024

Jalandhar Breeze

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मुख्य सचिव द्वारा युक्रेन में फंसे पंजाबियों की सुरक्षित देश वापसी की स्थिति का लिया जायज़ा

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जालंधर ब्रीज: युक्रेन में युद्ध के कारण संकट में घिरे दुखी परिवारों की हर संभव मदद को सुनिश्चित बनाने के लिए पंजाब के मुख्य सचिव श्री अनिरुद्ध तिवारी ने शनिवार को यहाँ उच्च स्तरीय बैठक के दौरान राज्य सरकार के समर्पित 24&7 कंट्रोल रूम नंबरों पर प्राप्त कॉल की स्थिति का जायज़ा लिया और उन्होंने सभी डिप्टी कमिश्नरों, सी.पीज़. और एस.एस पीज़. को निर्देश दिए कि युद्ध प्रभावित इस मुल्क में फंसे पंजाब के व्यक्तियों के डेटा समेत पासपोर्ट नंबर एवं अन्य जानकारी तुरंत अपडेट की जाए, जिससे प्रभावित व्यक्तियों की असली संख्या का पता लग सके।

यहाँ अपने कार्यालय में डिप्टी कमिश्नरों, सीपीज़ और एसएसपीज़ की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने प्रभावित व्यक्तियों और उनके रिश्तेदारों को तुरंत पंजाब सरकार के हेल्पलाइन नंबर 1100 (पंजाब के भीतर से फ़ोन करने के लिए) और +91-172 4111905 पर (भारत के बाहर से कॉल करने के लिए) संपर्क करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इन कंट्रोल रूम नंबरों पर अब तक कुल 155 कॉल आ चुकी हैं और युक्रेन में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए इन कॉल के द्वारा प्राप्त जानकारी तुरंत भारत के विदेश मंत्रालय के साथ साझा की जा रही है।

श्री तिवारी ने श्रीमती राखी गुप्ता भंडारी, रैज़ीडैंट कमिश्नर, पंजाब को युक्रेन से आने वाले व्यक्तियों की सहायता के लिए नई दिल्ली हवाई अड्डे पर एक पंजाब हेल्प डैस्क स्थापित करने के लिए कहा और इसके साथ-साथ उनको सुरक्षित घर पहुँचाने के लिए तालमेल करने के लिए भी कहा। मुख्य सचिव ने फंसे हुए व्यक्तियों के माता-पिता और रिश्तेदारों से अपील की कि वह अपने बच्चों को भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व तालमेल के बिना किसी भी सरहदी चौकी पर ना जाएँ और विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालना करने के लिए कहा।

इस बैठक में प्रमुख सचिव गृह विभाग श्री अनुराग वर्मा, डी.जी.पी. पंजाब श्री वी.के. भावरा, प्रमुख सचिव शासन सुधार और लोक शिकायत विभाग श्री तेजवीर सिंह, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन और समन्वय श्री विवेक प्रताप सिंह, विशेष प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री-सह-सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के सचिव श्री के.के. यादव और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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