
जालंधर ब्रीज:पंजाब के लोग अब कोवा एप के द्वारा एमरजैंसी के लिए अपने कफ्र्यू पास ले सकते हैं, भारी भीड़ संबंधी रिपोर्ट करना और घरों में अलग रह रहे मरीज़ों और विदेशों से लौटे यात्रियों संबंधी जान सकते हैं। इसके अलावा लोग जल्द ही कोवा एप के द्वारा किराने का सामान और अन्य ज़रूरी चीजों के लिए ऑर्डर करने के साथ-साथ डॉक्टरों के साथ सलाह-मशवरा भी कर सकते हैं। कई राज्यों ने विलक्षण कोरोना वायरस अलर्ट (सी.ओ.वी.ए.) एप को अपनाया है, जो कि कनाडा के दो प्रांतों में लागू की गई है।
एप को कोविड-19 महामारी संबंधी अधिकृत जानकारी के प्रसार के लिए इस महीने के आरंभ में लाँच किया गया था। यह एप पंजाब सरकार द्वारा अपनी तरह की नवीन डिजिटल पंजाब टीम के साथ लाँच की गई है जो ऐंडरॉयड प्लेस्टोर और आईओएस एपस्टोर पर उपलब्ध है। 28 मार्च तक इस एप के 4.5 लाख से अधिक उपभोक्ता रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं और इसके डैशबोर्ड को प्रतिदिन 20,000 से अधिक लोग देख रहे हैं। यह एपलीकेशन अंग्रेज़ी, हिंदी और पंजाबी में उपलब्ध है। प्रशासन सुधारों संबंधी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन के अनुसार यह एप हरियाणा और राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में चलाई जा रही है जबकि मनीपुर, मेघालय, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, दिल्ली और लेह में इसको लागू करने का काम जारी है।
उन्होंने बताया कि कुल 11 राज्य सरकारों ने अपने राज्यों और जिलों के लिए कोवा एपलीकेशन और डैशबोर्ड जारी करने सम्बन्धी अपील की है। इस एपलीकेशन का मंतव्य लोगों को जागरूक करना और उनके साथ सुरक्षा और बचाव के उपाय साझे करना है, जिनको अपनाने की ज़रूरत है। यह एपलीकेशन नागरिकों को इससे सम्बन्धित सरकारी एडवाइजऱी और नोटीफिकेशनों संबंधी भी जानकारी देती है और उनको प्रभावशाली ढंग से लक्षणों की जांच करने के लिए उत्साहित करती है। विनी महाजन के अनुसार राज्य में लगाए गए कफ्र्यू /लॉकडाउन के दरमियान, एप में कई नये फीचर शामिल किये गए हैं। इस एप में कोविड -19 डैशबोर्ड, सरकारी नोटीफिकेशन, ऑडियो-वीडियो जागरूकता, विदेशों से लौटे यात्रियों की खोज, बी.ओ.टी. के द्वारा बातचीत करना, कफ्र्यू पास जारी करना, सामूहिक भीड़ की रिपोर्ट करना, अपने आप को होम क्वारंटाइन करना और जीओ टैगिंग के द्वारा उन पर नज़र रखना शामिल है।
कफ्र्यू के लिए मंज़ूर अजिऱ्यों के पास रजिस्टर्ड फ़ोन नंबर पर ई-पास भेजे जाएंगे। इस एप का एडमिन पोर्टल जि़ला प्रशासन और सरकारी हैडक्वारटरों के साथ जुड़ा हुआ है जो निगरानी, स्थिति का मूल्यांकन करने और ज़रूरी कार्यवाहियां करने के लिए इक_ी की गई जानकारी के साथ कई रिपोर्टें पेश करता है। डैशबोर्ड में पुष्टी किये, संदिग्ध और घर में ही क्वारंटाइन मामलों के थिमेटिक नक्शों को दिखाता है जबकि घर में ही क्वारंटाइन अधीन नागरिकों को ट्रैक करने के लिए जीओ टैगिंग जैसी विशेषताएं शामिल हैं। इस तरीके से घरों के अलग रखे व्यक्तियों की निगरानी की जाती है और अगर कोई व्यक्ति बिना किसी की आज्ञा के अपने घर से बाहर जाता है तो डैशबोर्ड जि़ला प्रशासन को इस सम्बन्धी सूचित करता है।
रजिस्टर्ड मरीज़ों की जानकारी को अपडेट और प्रबंधन के साथ-साथ, रिपोर्ट किए समूहों का प्रबंधन और कार्यवाही भी इस एप पर उपलब्ध है। श्रीमती विनी महाजन के अनुसार एप में और विशेषताएं शामिल करने का काम चल रहा है, जैसे कि टैलीमेडीसन कनसलटैंसी, प्रयोक्ताओं को आईवीआर के द्वारा वॉयस कॉल के द्वारा स्वास्थ्य एडवाइजऱी के लिए डॉक्टरों के साथ जोडऩे और किराने और ज़रूरी चीजों के वितरण के लिए विनती करने में सहायता करता है। श्रीमती विनी ने कहा कि जि़ला प्रशासन इस मकसद के लिए स्थानीय विक्रेताओं के साथ हिस्सेदारी करेगा और नागरिक ख़ुद ही कोवा एप्लीकेशन के द्वारा ऑर्डर कर सकेंगे। श्रीमती विनी ने कहा कि इस कदम का मकसद नागरिकों की सेवा में सुधार लाना है और लॉकडाउन के दौरान नागरिकों को सुविधाएं देना है। लोग जल्द ही इस एप का प्रयोग करके वालंटीयर बन सकेंगे और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान करने के योग्य भी हो सकेंगे।
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