November 23, 2024

Jalandhar Breeze

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दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे- प्रशासन ने नकोदर, फिल्लौर व जालंधर सब डिवीजन में 1485 एकड़ भूमि अधिग्रहण करने के लिए सैक्शन 3डी का नोटिफिकेशन जारी किया

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जालंधर ब्रीज: बहु-प्रतिक्षित दिल्ली-कटरा एक्सप्रसवे की तरफ आगे बढ़ते हुए जिला प्रशासन ने जालंधर जिले में इस प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रिहत होने वाली 1485 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का सैक्शन 3डी के तहत नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। यह जमीन फिल्लौर, नकोदर व जालंधर-2 सब डिवीजनों में अधिग्रहित की जाएगी।

जालंधर में यह एक्सप्रेसवे 68 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें फिल्लौर और जालंधर-2 सब डिवीजन के अंतर्गत 29 किलोमीटर और नकोदर में 10.09 किलोमीटर यह एक्सप्रेसवे आएगा।अधिग्रहण होने वाली 1485 एकड़ जमीन में से 435 एकड़ जमीन फिल्लौर, 237 एकड़ नकोदर व 813 एकड़ जमीन जालंधर-2 सब डिवीजन के अंतर्गत आती है।

विस्तृत जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि सक्षम अथारिटीज की तरफ से जमीन अधिग्रहण का नोटिफिकेशन जारी करने के बाद अब इस जमीन के अवार्ड (मुआवजे) निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि मुआवजा वितरण के लिए सैक्शन 3जी के तहत नोटिफिकेशन जल्द ही जारी किया जा सके। उन्होंने बताया कि 3डी नोटिफिकेशन अधिग्रहित होने वाली जमीन का सारा सर्वे मुकम्मल होने के बाद जारी किया जाता है, जिसमें जमीन मालिकों की सारी जानकारी होती है।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि एक्सप्रेसवे में दाखिल होने के लिए जालंधर से दो एंट्री पॉइंट्स होंगे, जिनमें से एक करतारपुर व दूसरा रास्ता कंग साहबू गांव, नकोदर से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से इस प्रोजेक्ट के लिए अगले महीने टेंडर जारी करने की संभावना है। डीसी ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट 120 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी, जिसके चलते जालंधर से कटरा तक का सफर 2.20 घंटे में पूर्ण हो सकेगा जबकि मौजूदा समय में इस रूट पर 5 घंटे तक का समय लगता है। लोगों को कटरा पहुंचने के लिए एक अलग रास्ता मिलेगा और सफर कम हो जाएगा।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मैनेजर प्रशांत कुमार ने कहा कि जालंधर में प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग 1870 करोड़ रुपए होगी, जिसमें भूमि अधिग्रहण और सिविल वर्क शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जालंधर के तहत आने वाले इलाकों में फरवरी 2021 से काम शुरू होने की उम्मीद है और यह काम अगले दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


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