जालंधर ब्रीज: डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार पांचाल ने किसानों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए एस.डी.एम और डी.एस.पी के नेतृत्व में संयुक्त टीमों को जिले में ‘हॉट स्पॉट’ के रूप में तस्दीक के गाँव का तुरंत दौरा करने के आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि चालू सीजन के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में पराली जलाने के मामलों में 80 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए सभी अधिकारी एवं किसान सहयोगात्मक ढंग से कार्य करें।
आज यहां जिला प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर, समूह एस.डी.एम, डी.एस.पी, कृषि, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, क्लस्टर अधिकारियों, नोडल अधिकारियों की मीटिंग के दौरान डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ‘पर्यावरण का संरक्षण हम सब की जिम्मेदारी है इस लिए किसान भाईयोँ को पराली को जलाने के बजाय खेतों में ही निपटारा करके अहम भूमिका निभाएं।
पिछले सीजन 2023 के दौरान ‘हॉट स्पॉट’ क्षेत्र बेगोवाल, फरीदपुर, लखन कलां, साबूवाल, शाहपुर डोगरां, कमालपुर, शतबगढ़, तलवंडी चौधरी, टिब्बा और लखन के में विशेष निगरानी के आदेश देते हुए डिप्टी कमिश्नर एस.डी.एम्स को ऐसे गांवों में किसानों से सीधा संपर्क स्थापित करने को कहा गया और उन्हें पराली जलाने से धरती की सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में बताने और किसानों को खेतों में पराली का निपटारा करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा गया।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय निगरानी एवं तालमेल कमेटी के अलावा सब-डिवीजन स्तर पर भी जहां एस.डी.एम के नेतृत्व में निगरानी समितियां काम करेंगी, वहीं प्रत्येक 20 गांवों के पीछे क्लस्टर अधिकारी और नोडल अधिकारी तैनात किये गये हैं।
इसके अलावा, बेहतर तालमेल के लिए, सभी एस.डी.एम उक्त कोआरडीनेशन/क्लस्टर अधिकारियों के साथ मिलकर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे जिसमें सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, जिला राजस्व अधिकारी, कृषि अधिकारी, कार्यकारी इंजीनियर, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, बागवानी अधिकारी, पशुपालन शामिल होंगे। विभाग के संबंधित अधिकारियों और पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को शामिल किया गया है।
उन्होंने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को जिले की 83 सहकारी समितियों में पराली प्रबंधन के लिए मौजूदा मशीनरी का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने को कहा। इसके अलावा सहायक रजिस्टरार अपने स्टाफ के साथ नियमित रूप से फील्ड में जाकर किसानों को जागरूक करें।
इस अवसर पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों को धान की पराली को आग लगाने से रोकने के उद्देश्य से नियुक्त सभी अधिकारियों को आवश्यक पुलिस सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
वर्णनयोग्य है कि राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिबिउनल के निर्देशों का उल्लंघन करने वाले किसानों को 2 एकड़ से कम भूमि वाले किसानों को 5000/- रूपये तथा 5 एकड़ से अधिक भूमि वाले किसानों को 15000/- रूपये रुपये का जुर्माना लिया जायेगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जनरल शिखा भगत, एस.डी.एम.जसप्रीत सिंह, डा. इरविन कौर, जशनजीत सिंह, नवनीत कौर बल, पुलिस, राजस्व, कृषि, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और पंचायत विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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