September 20, 2024

Jalandhar Breeze

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धर्मशाला में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कुछ ऐसा हो सकता है भारत का प्लेइंगXI

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जालंधर ब्रीज:(बी.सी.सी.आई) न्यूजीलैंड में तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों में मिली करारी हार के बाद भारत एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका के साथ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलने को तैयार है। धर्मशाला में दोनों देशों के बीच पहला वनडे धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा। तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में भारतीय शेरों की नजरें घर में फॉर्म हासिल करने पर टिकी होंगी। कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम इस हार को भुलाकर अपनी फॉर्म वापस हासिल करना चाहेगी। हालांकि टीम को अपने घर में खेलने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका से सतर्क रहना होगा जो अपनी जमीन पर ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से धूल चटाने के बाद भारत दौरे पर आई है।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टीम में ओपनर शिखर धवन, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की चोट से उबरने के बाद टीम में वापसी हो गई है जबकि चोट के कारण न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज से बाहर हुए रोहित शर्मा अभी तक अपनी चोट से उबर नहीं पाए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक बार फिर भारतीय ओपनरों पर टीम को मजबूत शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी।  
 
शिखर धवनः रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में अनुभवी टॉप आर्डर बल्लेबाज शिखर धवन की भूमिका अहम होगी। न्यूजीलैंड में भी शिखर को मिस किया गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में शिखर का कंधा डिसलोकेट हो गया था। वह न्यूजीलैंड सीरीज में नहीं खेल पाए थे।सलामी बल्लेबाज के तौर पर शिखर के लौटने से भारतीय बल्लेबाजी को मजबूती मिलेगी।

पृथ्वी शॉ: पृथ्वी शॉ के लिए एक बार ओपन करने का रास्ता खुला होगा। वह हालांकि न्यूजीलैंड में कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाए, लेकिन टीम प्रबंधन चाहेगा कि केएल राहुल को मध्यक्रम में खिलाना पसंद करेगा ताकि टीम को स्थायित्व मिल सके। मुंबई का यह युवा बल्लेबाज एक बार फिर इस मौके को भुनाना चाहेगा।  

विराट कोहलीः विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में केवल 75 रन बनाए थे यह उनके करियर का सबसे कम स्कोर है। कोहली अपने आलोचकों का मुंह बड़े स्कोर से बंद करना चाहेंगे। कप्तान विराट के पास इस सीरीज में अपनी फॉर्म हासिल करने का मौका रहेगा। विराट का न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन खासा निराशाजनक रहा था और वह पूरे दौरे में मात्र एक अर्धशतक बना पाए थे। विराट ने यह अर्धशतक पहले वनडे में बनाया था। विराट का टेस्ट सीरीज में सुपर फ्लॉप प्रदर्शन रहा था।

श्रेयस अय्यरः ने हालांकि न्यूजीलैंड दौरे में अपनी प्रतिभा साबित की थी और टीम के लिए अहम योगदान दिया था। नंबर चार के बल्लेबाज अय्यर फिलहाल भारतीय बल्लेबाजी में सर्वाधिक चर्चा का विषय हैं। दाएं हाथ के इस युवा बल्लेबाज ने 103, 52 और 52 रन तीन वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाए हैँ। वह सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। 

केएल राहुलः न्यूजीलैंड में पांच मैचों की टी-20 सीरीज केएल राहुल ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे थे। उन्होंने तीसरे वनडे में भी शतक बनाया था। टीम इंडिया ने ऋषभ पंत की जगह उन्हें प्राथमिकता दी थी। भारतीय टीम में केएल राहुल की जगह अहम होगी। 

मनीष पांडेः केदार जाधव के ड्रॉप होने के बाद मनीष नंबर छह पर बल्लेबाजी करेंगे। न्यूजीलैंड में पांडे को केवल एक वनडे में मौका मिला। वह टी-20 में अच्छे टच में थे। वनडे सीरीज में वह फिनिशर की भूमिका निभाना चाहेंगे।

हार्दिक पांड्याः पहले वनडे में सबकी निगाहें हार्दिक पांड्या पर रहेंगी। ऑल राउंडर पांड्या लगभग 6 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। उन्होंने अंतिम मैच विश्व कप 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। डीवाई पाटिल कप में पांड्या अच्छी फॉर्म में दिखे हैं।

रवींद्र जडेजाः धर्मशाला की पिच के मद्देनजर भारत एक स्पिनर के साथ उतरना चाहेगा। यह स्पिनर जडेजा होगा। उनकी ऑल राउंडर की भूमिका यहां महत्वपूर्ण होगी। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भी बल्ले से कमाल दिखाने में सक्षम हैं, ऐसे में बल्लेबाजी में टीम को अच्छे प्रदर्शन की पूरी उम्मीद है।

भुवनेश्वर कुमारः हाल ही में भुवनेश्वर कुमार चोटों के कारण चर्चित रहे हैं। लिमिटेड ओवर में भारत के प्रमुख हथियार भुवनेश्वर की कमी न्यूजीलैंड में भी महसूस की गई। गेंदबाजी विभाग में स्विंग मास्टर भुवनेश्वर की वापसी से टीम को बल मिला है और उनके साथ तेज गेंदबाजी का प्रभार जसप्रीत बुमराह पर रहेगा। दोनों गेंदबाजों पर विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को जल्द सिमेटना का दारोमदार होगा जिससे भारतीय टीम मैच में अपना दबाव बनाए रख सके।

नवदीप सैनीः न्यूजीलैंड के खिलाफ नवदीप सैनी दो वनडे मैचों में विकेट नहीं ले पाए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने प्रभावशाली गेंदबाजी की थी। एक्स्ट्रा बाउंस हासिल करना और डेथ ओवरों में प्रभावशाली गेंदबाजी करना उनकी ताकत है। 

जसप्रीत बुमराहः न्यूजीलैंड के खिलाफ जसप्रीत बुमराह को वनडे में कोई विकेट नहीं मिली थी। यह पहला मौका था, जब किसी सीरीज में उन्हें बिना विकेट के रहना पड़ा हो। इसके चलते बुमराह की आलोचना भी हुई। लेकिन बुमराह पहले वनडे में अपने आलोचकों को करारा जवाब देना चाहेंगे।


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