
जालंधर ब्रीज: पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कर मंत्री, एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने राज्य की चल रही ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम में एक महत्वपूर्ण सफलता का ऐलान करते हुए बताया कि 2,240 लीटर नाजायज चोरी की गई एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) जब्त की गई है जिससे एक संभावित बड़ी नकली शराब के दुखांत (हूच दुखांत) को टालने में सफलता प्राप्त हुई है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस मुहिम के तहत अब तक 4,745 एनडीपीएस केस दर्ज करने, 7,536 व्यक्तियों को गिरफ्तार करने और 71 तस्करों की गैर-कानूनी जायदादों को ढाने में सफलता हासिल हुई है।
संगरूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, जो ‘युद्ध नशा विरोधी’ कैबिनेट सब-कमेटी के चेयरमैन भी हैं, ने कार्रवाई के विवरणों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि भरोसेमंद खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग और संगरूर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने संगरूर-दिड़बा हाईवे पर लगभग 200 लीटर गैर-कानूनी इथेनॉल ले जा रहे एक वाहन को रोका और ड्राइवर, जिसकी पहचान शान मोहम्मद के रूप में हुई है, को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।
वित्त मंत्री ने बताया कि अगली जांच के दौरान एक गुप्त स्टोर का पता चला, जिसके परिणामस्वरूप 34 ड्रम बरामद हुए जिसमें 60 लीटर प्रत्येक के अनुसार कुल 2,040 लीटर ईएनए थी और एक और व्यक्ति अरमान मोहम्मद को भी छापेमारी के दौरान हिरासत में ले लिया गया।

जब्त किए गए ईएनए की गंभीरता पर जोर देते हुए, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस कार्रवाई ने एक संभावित जहरीली शराब के दुखांत (हूच दुखांत) को सफलतापूर्वक रोका है, क्योंकि इस ईएनए का उपयोग लगभग 10,000 बोतलें नाजायज शराब बनाने के लिए किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि रैकेट में शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जांच जारी है, और उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर “युद्ध नशों विरुद्ध” मुहिम के तहत प्रगति के विवरण देते हुए, वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि अब तक 4,745 एनडीपीएस मामले दर्ज किए गए हैं, 7,536 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, और 71 तस्करों की गैर-कानूनी जायदादों को ढा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं, जिसमें 301 किलोग्राम हेरोइन, 9,969 किलोग्राम चूरा पोस्त, 154 किलोग्राम अफीम, 96 किलोग्राम गांजा और 21,84,276 प्रतिबंधित दवाइयों की गोलियां या कैप्सूल शामिल हैं।
वित्त मंत्री ने राज्य में नाजायज शराब की तस्करी को रोकने के लिए राज्य के आबकारी और पुलिस विभागों के बीच तालमेल वाले प्रयासों की सफलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में, राज्य में शराब की तस्करी करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध 4 एफआईआर मोहाली में दर्ज की गई हैं, और पुलिस स्टेशन छाजली में नाजायज शराब संबंधी एक और एफआईआर दर्ज की गई है।
‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम की सफलता का श्रेय लोगों के समर्थन को देते हुए, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने नशों और नाजायज शराब के व्यापार के विरुद्ध जंग में पंजाब के नागरिकों के सहयोग और सहायता के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आबकारी और पुलिस विभाग पंजाब के लोगों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए अथक मेहनत करते रहेंगे।
इस मौके पर अन्यों के अलावा एसएसपी संगरूर सरताज सिंह चाहल, ईटीओ सरूपिंदर सिंह संधू और डीएसपी रूपिंदर कौर बाजवा भी मौजूद थे।
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