November 13, 2024

Jalandhar Breeze

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नैशनल शेड्यूल्ड कास्टस अलायंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तुगलकाबाद का गुरु रविदास जी मंदिर के धार्मिक और भावनात्मक मुद्दे को सुलझाने की पहल करने की अपील

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जालंधर ब्रीज: शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के प्रमुख और राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने पंजाब से जुड़े और अन्य मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की लेकिन अनुसूचित जाति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं की। नैशनल शेड्यूल्ड कास्टस अलायंस ने बैठक के दौरान मुद्दों पर विचार-विमर्श ना करने पर रोष प्रगट किया है।

अलायंस के प्रधान परमजीत सिंह कैंथ ने कहा है कि अनुसूचित जातियों से संबंधित तुगलकाबाद श्री गुरु रविदास जी का मंदिर वाला मसला पिछले सालों से लटका पड़ा है जिसका आज तक कोई सार्थक हल नहीं निकाला गया जिससे अनुसूचित जाति समुदाय के बड़े वर्ग में मायूसी,रोष व आक्रोश है। केंद्र सरकार मुद्दे को सुलझाने में रचनात्मक भूमिका निभाने पर ध्यान देना चाहिए, केंद्र सरकार को मसले के हल के लिए निर्णायक भूमिका की तरफ ध्यान देना चाहिए क्योंकि मानयोग सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले का निपटारा कर दिया है यह एक धार्मिक व भावनात्मक मुद्दा है इस मंदिर से करोड़ों रविदासिया समाज की भावनाएं जुड़ी हुई हैं इन भावनाओं का केंद्र सरकार को सम्मान करना चाहिए।

रविदासिया समाज में पैदा हो रहे रोष को शांत करना चाहिए। जिससे अनुसूचित जाति समुदाय के बड़े वर्ग में निराशा मायूसी,रोष व आक्रोश है। केंद्र सरकार मुद्दे को सुलझाने में रचनात्मक भूमिका निभाने पर ध्यान देना चाहिए और भावनात्मक मुद्दा है जिसके कारण करोड़ों रविदास समुदाय की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। केंद्र सरकार को समाज में आक्रोश को शांत करने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।

नैशनल शेड्यूल्ड कास्टस अलायंस के प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि इस मुद्दे को उचित सम्मान के साथ हल करने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए।तुगलकाबाद-दिल्ली मंदिर के मुद्दे को हल किया जाना चाहिए और और गुरु रविदास जी की जयंती के अवसर पर संबंधित समुदाय को उपहार दिया जाना चाहिए। रविदासिया समुदाय को इस अवसर पर मंदिर की प्रशासनिक प्रक्रिया को पूरा करने के बाद समाज को सौंप दिया जाना चाहिए। ताकि रविदासी समुदाय के द्वारा मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया जा सके।


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