जालंधर ब्रीज: पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री श्री सुंदर शाम अरोड़ा ने पंजाब में उद्योगों के लिए बिजली की कमी सम्बन्धी विरोधी पार्टी नेताओं के बयानों को हास्यप्रद और बेवजह बताते हुये कहा है कि पंजाब में उद्योग के लिए सजग माहौल है और बिजली की कोई कमी नहीं है।उद्योग मंत्री ने कहा कि पंजाब की औद्योगिक और व्यापार नीति देश भर में से सबसे बेहतर है और पिछले चार सालों के समय दौरान अब तक लगभग 91 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश राज्य में हो चुका है। उन्होंने कहा कि पंजाब उद्योगपतियों के लिए मनपसंद स्थान है और पिछले चार सालों के दौरान निवेश के 2900 प्रस्तावों में से 51 प्रतिशत ने अपना औद्योगिक कारोबार शुरू कर दिया है, जिनमें 20 विदेशी फर्में भी शामिल हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की दूरअन्देशी के कारण उद्योगों के लिए ‘राइट टू बिज़नस एक्ट ‘ और ‘सिंगल विंडो प्रणाली ‘ लागू की है, जिससे उद्योगों के मामलों को निर्धारित समय के अंदर -अंदर एक ही छत के नीचे पूरा किया जाता है। इस फ़ैसले से जहाँ उद्योगपतियों की परेशानी ख़त्म हुई है, वहीं समय की बचत भी हुई है।
श्री अरोड़ा ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से उद्योगों को बहुत ही जायज़ रेट पर 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों को 24 घंटे बिजली मुहैया करवा रही है और सरकार की तरफ से साल 2018 से 2021 तक 3669 करोड़ रुपए की सब्सिडी उद्योगों के लिए दी जा चुकी है।
पंजाब में उद्योगों के लिए साजगार माहौल और अधिक दिहाड़ियां होने के कारण कामगार यहाँ काम करने को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में हुनरमंद कामगारों की भरमार है और उद्योग हुनरमंद कामगारों से बिना चलने संभव नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से बनाई गई उद्योग नीति कारण पंजाब उद्योगों के लिए बेहतर स्थान के तौर पर उभरा है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के पंजाब में बिजली की कमी होने वाले बयान को राजनीति से प्रेरित बताते हुये श्री अरोड़ा ने कहा कि यू.पी. के मुख्यमंत्री बेवजहा और बिना तथ्य जाने बयान देने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं, जो सिर्फ़ राजनीति से प्रेरित होते हैं। उन्होंने कहा कि वह पहले भी मलेरकोटला को ज़िला बनाऐ जाने के मौके भी बेतुका बयान दे चुके हैं, जिसकी हर वर्ग की तरफ से कड़ी निंदा की गई थी। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को पंजाब के भाईचारक माहौल के बारे जानकारी ही नहीं, वही इस तरह के बयान दे सकता है।
विरोधी पार्टी नेताओं की तरफ से जारी बयानों के बारे उद्योग मंत्री ने कहा कि बयान निराधार हैं और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि पिछली अकाली और भाजपा सरकार की तरफ से किये बिजली समझौतों से उनकी कारगुज़ारी सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं को अब बिजली सम्बन्धी बयान देने का कोई अधिकार नहीं है, जिन्होंने ख़ुद पंजाब विरोधी फ़ैसले किये थे।
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