
जालंधर ब्रीज: बुड्ढे नाले की सफाई अभियान को गति देने के लिए पर्यावरण हितैषी एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पंजाब सरकार ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एच.पी.सी.एल.) की स्वामित्व वाली कंपनी एच.पी.सी.एल. रिन्यूएबल एंड ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एच.पी.आर.जी.ई.) के साथ लुधियाना में कंप्रेस्ड बायोगैस (सी.बी.जी.) प्रोजेक्ट लगाने हेतु समझौता किया है।
पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री अमन अरोड़ा की उपस्थिति में इस समझौते पर पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) की सी.ई.ओ. नीलिमा और एच.पी.आर.जी.ई. के सी.ई.ओ. श्री मोहित धवन द्वारा हस्ताक्षर किए गए।
इस साझेदारी की महत्ता को उजागर करते हुए श्री अमन अरोड़ा ने बताया कि यह प्रोजेक्ट लुधियाना के हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स से प्राप्त अतिरिक्त गोबर के स्थायी और वैज्ञानिक प्रबंधन पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट रोजाना लगभग 300 टन गोबर का प्रोसेसिंग करके 6400 किलोग्राम सी.बी.जी. का उत्पादन करेगा। इसके बाद एच.पी.सी.एल. अपने वाहनों के लिए स्थापित सी.एन.जी. आउटलेट्स के माध्यम से इस सी.बी.जी. को बेचेगा।
श्री अमन अरोड़ा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के दो साल के भीतर पूरा होने की उम्मीद है और यह बुड्ढा दरिया के पुनर्जीवन से संबंधित परियोजना का ही हिस्सा है क्योंकि यह परियोजना सीवरेज सिस्टम के माध्यम से बुड्ढे नाले में छोड़े जाने वाले गोबर की वर्तमान समस्या को हल करेगी।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत विभाग के प्रमुख सचिव श्री अजोय कुमार सिन्हा ने कहा कि 35 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाला यह प्रोजेक्ट स्टेट एन.आर.ई. नीति, 2012 के तहत बिल्ड ओन एंड ऑपरेट (बी.ओ.ओ.) मॉडल पर लागू किया जाएगा। उन्होंने एच.पी.आर.जी.ई. के प्रतिनिधियों को सरकार द्वारा आवश्यक अनुमतियों सहित हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर पेडा के निदेशक एम.पी. सिंह और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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