पंजाब में कोविड मामलों में हो रही वृद्धि और राज्य के अंदर आने वाले कुछ हफ़्तों में इसके शिखर छूने की चिंता के दरमियान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज महामारी के फैलाव पर काबू पाने के लिए अन्य कदमों के साथ-साथ रात 9:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक सभी शहरों में कफ्र्यू लगाने का ऐलान किया है।
बड़े शहरों की सैक्टर अधारित बाँट और हर सैक्टर में स्वास्थ्य विभाग की टीमों के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाने में सहायता के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने संबंधी ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रात के समय का कफ्र्यू अब सभी शहरों पर लागू होगा और उद्योगों को इससे छूट होगी।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा ज़रूरी सेवाओं के अलावा लोगों को बिना ज़रूरत आने-जाने के और सामाजिक मेल-मिलाप रोकने के लिए लुधियाना, पटियाला और जालंधर में अगले पखवाड़े के लिए हफ्ते के अंतिम दिनों (शनिवार और रविवार) के दौरान घर के अंदर रहने (स्टे ऐट होम) का ऐलान किया, जिसके बाद स्थिति का पुन: जायज़ा लिया जाएगा।
इस अहम फ़ैसले के अनुसार हर मैरिज पेलेस, रैस्टोरैंट, दफ़्तर जहाँ 10 से ज्य़ादा लोग इकठ्ठा होते हैं, की तरफ से एक कोविड निगरान तैनात किया जाएगा, जिससे मास्क पहनने, कीटाणू रहित बनाने और सामाजिक दूरी को अमल में लाने को यकीनी बनाया जाए। यह मुख्यमंत्री द्वारा साप्ताहिक फेसबुक प्रोग्राम ‘कैप्टन को सवाल’ के दौरान बताया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि टीमें इन स्थानों का दौरा करके जाँच-पड़ताल करेंगी और उल्लंघन करने वालों के खि़लाफ़ कार्यवाही की जाएगी।
इससे आगे, मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक स्तर पर ज़्यादा लोगों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के टैस्ट आने वाले हफ्तों में किए जाएंगे और स्वास्थ्य, पुलिस और अन्य विभागों के कोरोना पर जीत पाने वालों (जो ठीक हो चुके हैं) की अगली कतार में ड्यूटी लगाई जाएगी।
यह दिशा-निर्देश मामलों में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए दिए गए हैं। पिछले 7 दिनों के दौरान प्रतिदिन औसतन 1000 केस रिपोर्ट हो रहे हैं। पिछले हफ्ते ज़्यादातर केस लुधियाना, पटियाला, जालंधर, अमृतसर और मोहाली से सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड से हो रही मौतों की बढ़ रही दर बीमारी से प्रभावित होने वालों की जल्द टेस्टिंग और 72 घंटों में अस्पताल को इलाज के लिए रिपोर्ट किए जाने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि जानों को सुरक्षित रखना है तो इलाज निश्चित समय के दरमियान शुरू होना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि, ‘‘कोई बात नहीं ’’ या ‘‘मौसम की बात है ’’ जैसी बातों से काम नहीं चलेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि, ‘‘ख़ुद डॉक्टर न बनो, बीमारी की पहचान और इलाज की सलाह का काम डॉक्टरों के लिए छोड़ दो।’’
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘कोविड के साथ कोई नकारात्मक धारणा नहीं जोडऩी चाहिए। अपना टैस्ट करवाने से न झिझको, इसमें कुछ भी नहीं…. पूरी दुनिया अपने टैस्ट करवा रही है।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि चार नयी टेस्टिंग सुविधा के विस्तार के साथ अब रोज़ाना के 13000 टैस्ट किए जा रहे हैं और महीने के अंत तक यह सामथ्र्य 20,000 तक पहुँच जाएगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी तरफ से स्वास्थ्य विभाग को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि माईक्रो सीमित ज़ोनों वाले सभी व्यक्तियों के तीन दिनों में टैस्ट किए जाएँ। नकारात्मक धारणाएं जो लोगों को टेस्टिंग के लिए बाहर निकलने से लगातार रोक रही हैं, संबंधी चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा सभी धार्मिक और राजनैतिक जत्थेबंदियों के मुखियों को अपने टैस्ट करवा कर मिसाल पैदा करके लोगों का नेतृत्व करने की अपील की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी तरफ से अपना आज फिर टैस्ट करवाया गया है।
मुख्यमंत्री द्वारा ठीक हो चुके मरीज़ों को अपनी अपील दोहराई गई कि वह दूसरों की सहायता के लिए राज्य के अंदर चल रहे तीन प्लाज़्मा बैंकों में अपना प्लाज़्मा दान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे लाजि़मी मास्क पहनने का उल्लंघन के मामले कुछ हद तक घटे हैं, लोगों द्वारा सख्ती के साथ सुरक्षा उपायों की पालना जारी रखे जाने की ज़रूरत है, जो बीमारी का एकमात्र इलाज है। उन्होंने कहा कि हर एक को कोविड की चपेट में आने से बचने के लिए घरों के अंदर और बाहर मास्क ज़रूर पहनने चाहिएं।
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