जालंधर ब्रीज: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने रिश्वत के मामले में आबकारी और कर विभाग के इंस्पेक्टर जतिंदरपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब इसी मामले में आबकारी और कर विभाग, कपूरथला के सेवादार (अब क्लर्क) के रूप में तैनात सह आरोपी संजीव मल्होत्रा को 10,000 रुपये रिश्वत लेने और 20,000 रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी के खिलाफ यह मामला मुहल्ला क्यामपुरा, कपूरथला के निवासी नीरज शर्मा द्वारा मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह कपूरथला शहर के क्यामपुरा में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चला रहा है और उसने अप्रैल 2024 में किसी ग्राहक को कूलर बेचा था, जिस संबंध में ग्राहक के साथ उत्पन्न हुए विवाद को सुलझाने के लिए उक्त दोनों आरोपी इस मामले में दखल दे रहे थे।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त दोनों आरोपियों ने उसे फोन करके अपने लेखाकार के साथ उनके कार्यालय आने के लिए कहा, जहां उन्होंने बिल में बेनियमियों के निपटारे के लिए उससे 45,000 रुपये रिश्वत मांगी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद क्लर्क संजीव मल्होत्रा ने व्हाट्सएप कॉल पर एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की, लेकिन सौदा 30 हजार रुपये में तय हो गया। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त आरोपी ने अगले दिन ही उससे रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये ले लिए, जिसके बाद वह बाकी की 20,000 रुपये रिश्वत की लगातार मांग कर रहे थे। प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने उक्त आरोपी के साथ फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया, जो उसने सबूत के रूप में विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस मामले में शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए बयान और पेश की गई कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर शिकायत की जांच के दौरान सभी आरोप सही पाए गए।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर उक्त दोनों आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के थाना जालंधर रेंज में भ्रष्टाचार रोकू कानून की धारा 7 और आईपीसी की धारा 384, 120-बी के तहत एफआईआर नंबर 17 दिनांक 14.8.2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बताने योग्य है कि इस मुकदमे में मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जतिंदरपाल सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि सह-आरोपी क्लर्क संजीव मल्होत्रा पिछले दो महीनों से अपनी गिरफ्तारी से बचता आ रहा था। उन्होंने कहा कि आरोपी को कल सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा और इस मामले की आगे की जांच जारी है।
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