जालंधर ब्रीज: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने गुरूवार को भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के दौरान इम्परूवमैंट ट्रस्ट अमृतसर के कानून अधिकारी ( लॉ अफ़सर) के तौर पर तैनात एडवोकेट गौतम मजीठिया को 8 लाख रुपए रिश्वत की माँग करने और लेने के दोष अधीन काबू किया।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त कानून अधिकारी, निवासी ग्रीन फील्ड, मजीठा रोड, अमृतसर को जतिन्दर सिंह, निवासी प्रताप ऐवीन्यू, अमृतसर की तरफ से आनलाइन शिकायत के आधार पर गिरफ़्तार किया गया है। शिकायतकर्ता ने इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पर शिकायत दर्ज करवाई थी।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी ऑनलाइन शिकायत में दोष लगाया है कि उक्त कानून अधिकारी ने उसकी ज़मीन एक्वायर करने के बदले ज़िला अदालत के निर्देशों पर 20 प्रतिशत और अधिक मुआवज़ा भाव 20 लाख रुपए का अतिरिक्त मुआवज़ा जारी करने के एवज़ में 8 लाख रुपए बतौर रिश्वत लिए थे। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की रकम की अदायगी सम्बन्धी वकील के साथ हुई सारी बातचीत रिकार्ड करके सबूत के तौर पर विजीलैंस ब्यूरो को सौंपी दी।
प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस रेंज अमृतसर ने शिकायत की पड़ताल करके दोषी कानून अफ़सर को शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपए रिश्वत लेने में दोषी पाये जाने के बाद गिरफ़्तार कर लिया है। इस सम्बन्धी मुलजिम वकील के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना अमृतसर रेंज में केस दर्ज किया गया है और मामले की आगे जांच जारी है।
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